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जिप्टो स्टोरी पार्ट 2

जिप्टो स्टोरी पार्ट 2

फिर आगे क्या हुआ मोहित ने बड़ा एक्साइटेड होकर पूछा,,,

तब अरुण ने आगे कहा

आदित्य और कैवल्य  दोनों मुंह लटकाए, आमने-सामने बैठे हैं,,,तभी आदित्य का फोन बजा

एसएफएक्स - फोन बजाने की रिंगटोन

आदित ने फोन उठाकर, अपने कान कान पर लगाया यह काल आदित की मम्मी जी का था,,,तब आदित की माँ ने फिक्र करते हुए पूछा

बेटा,,,,आदित,,,कैसा है तू,,,सब ठीक तो है ना"?

आदित्य ने उदासी से कहा

हां,,,माँ,,,यहां सब ठीक है,,,आप बताओ,,,आप और पापा कैसे हो,,,घर पर सब ठीक है ना"?

आदित् की यह बात सुनकर,,,उसकी् माँ नो टेंशन हो गई ओर उन्होंने अपने अंदाज में आदित्य से कहा

"बेटा,,,आदित,,,,कोरोनावायरस बहती हवा की तरह,,,पूरी दुनिया में फेल रहा है,,,इसलिए माक्स को अपने गले मुंह पर ऐसे,,,लगा कर रखना,,,जैसे बंदर अपनी पूछ को पीछे चिपका कर रखता है और घर से बाहर मत निकलना,,,कोई कुछ दे तो खाना मत,,,किसी के घर जाना मत, सबसे दूरी बनाकर रखना,,,हिम्मत रखना,,,डरना मत और किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे फोन लगाना,,,पैसों की भी जरूरत हो तो शर्माना मत और अपना ध्यान रखना"!

आदित्य की मां उसे बच्चों की तरह समझा रही थी,, तभी आदित्य के गेट की घंटी बजी

एसएफएक्स - घर की बेल बजने की आवाज

आदित्य ने बैल की आवाज सुनकर, माँ से कहा

माँ,,,में फोन रखता हूं,,,कोई घर की घंटी बजा रहा है,,,आदित् ने फोन काट कर,,,टेबल पर रखा और गेट खोला

Sfx - गेट खुलने की आवाज

आदित्य के सामने 60 साल की एक बुजुर्ग महिला खड़ी थी,,,आदित कुछ समझ पाता,,,,उससे पहले,,,वह बुजुर्ग महिला बोली

बेटा,,,तुम,,,,मेरी एक मदद करोगे

तब आदित्य ने कहा

हां,,दादी जी,,,जरूर करूंगा पर आप प्लीज पहले माक्स पहन लीजिए,,,फिर बात कीजिए"!

महिला ने माक्स पहनकर कहां

बेटा,,,मेरी,,,बहू और बेटा दिल्ली गए हैं,,,एक हफ्ता हो गया है,,,अभी तक ना तो उनका कोई फोन आया और ना कोई खबर आई है, ,घर में राशन भी खत्म हो गया है,  समझ में नहीं आ रहा,,क्या करूं"?

फिर आदित्य ने उस बुजुर्ग महिला को भरोसा देते हुए कहा

आप चिंता मत कीजिए,,,सब ठीक हो जाएगा,,,आप अंदर आइये,,,कुछ खा पी लीजिए,,,मैं कुछ करके,, उनका पता लगाता हूं"!

वह महिला घर के अंदर आकर,,,सोफे पर बैठी,,,उस बुजुर्ग महिला के उदास चेहरे पर गंभीर चिंताएं थी,,,आदित्य किसी तरह उसकी मदद करने की कोशिश कर रहा था

तभी केवल्य अपने हाथों में दो काफी के कप लेकर आता है और उस महिला को अपने घर में बैठा देखकर,,,आश्चर्य में पड़ जाता है ,,फिर केवल्य ने आदित्य की तरफ देखा,,,जैसे वह आंखों ही आंखों में पूछ रहा हो,,,यह बुजुर्ग महिला कौन है"?

तभी आदित बोला

यह हमारे घर के पास रहती है,,,थोड़ी परेशानी में है,,,

केवल्य ने उस महिला की ओर काफी का कप बढ़ाते हुए कहा

"लीजिए,,,दादी जी,,,कॉफी पी लीजिए"!

और उन्हें कुछ बिस्किट भी दिए,,,वह महिला काफी के साथ बिस्किट खाने लगी,,,उसे बहुत भूख लगी थी

आदित्य और केवल्य,,,किसी  तरह,,,इस महिला की समस्या दूर करने की सोच ही रहे थे,  तभी उनके घर एक समस्या हो जाती है,,,उनका पड़ोसी एक मजाकिया  आदमी जो हर बात को मजाक में लेता है,,,वह आ जाता है और अंदर आकर दरवाजा खटखटा कर बोला

Sfx -  हाथ से दरवाजा खटखटाने की आवाज

मे आई कमिंग,,,यंग बॉयज,,,

तब केवल्य ने हंसते हुए कहा

अंकल,,,पूरे तो अंदर आ गए हो और कैसे अंदर आओगे"?

तब उस आदमी ने वापस,,,अपने मजाकिया अंदाज में कहा

यू आर राइट,,,यंग बॉय,,,क्या तुम,,,मेरी एक प्रॉब्लम सॉल्व कर सकते हो,,,मुझे,,,आटा, दाल,,,नमक,,,मिर्च हल्दी घर के हर सामान की जरूरत है,,,क्या तुम,,,घर गृहस्ती का सारा सामान मुझे,,,लाकर दे सकते हो,,,क्योंकि मैं,,,घर से बाहर नहीं जा सकता,,,मेरी पत्नी ने मुझे मना किया है"!

उस अंकल की बात सुनकर आदित्य ने कहा

अभी थोड़ी देर पहले ही,,,मेरी,,,मां का फोन आया था,,, मां ने मुझे,,,कहीं भी जाने से मना किया है"!

तब वह आदमी, ,,आदित्य से बोला

तुम,,,क्यों बहाने बना रहे हो,,,मैंने,,,,तुमसे नहीं,,,तुम्हारे दोस्त केवल्य से मदद मांगी है

तभी फटाक से केवल्य बोला

इसकी माँ ने मुझे भी कहीं जाने से मना किया है,,,क्योंकि वह,,,,दोनों हम दोनों को बेटा जैसा ही समझती है,,,,,आदित्य बता ना यार अंकल को "!

इन दोनों के जवाब सुनकर,,उस आदमी को थोड़ा गुस्सा आया और वह गुस्से में बोला

जब मैं,,,तुम्हारी उम्र का था,,,तो एक कुंटल का थैला लेकर,,,एक किलोमीटर दूर तक दौड़ लगा देता था और एक तुम हो,,,जो 20 किलो राशन का सामान लाने में डर रहे हो,,,,मैंने,,,तुम्हें यंग बॉय,,,बोलकर पछता रहा हूं,,,तुम तो अभी बच्चे हो,,,बच्चों"! उसने निराश होकर जाते हुए कहा

उस आदमी की बात सुनकर,,,आदित्य और केवल्य ने आश्चर्य से एक दूसरे की ओर देखा फिर आदित्य ने उस महिला को समझाते हुए कहा

दादी जी,,,आप घर जाकर,,,आराम कीजिए,,,मैं कुछ पता करके,,,आपको बताता हूं और आपको किसी भी चीज की जरूरत हो तो हमें,,,बता देना"!

तब वह महिला बोली

खाने पीने के सामान की बड़ी दिक्कत है,,,बेटा,,,अगर अपने लिए सामान लेने जाओ तो कुछ मेरे लिए भी ले आना"!

उस महिला ने भी जाते हुए कहां

महिला के जाने के बाद,,,आदित्य ने लॉकडाउन को कोसते हुए,,,गुस्से से कहा

यह लॉकडाउन तो जेल की सजा से भी खतरनाक है,,,,अरे,,,,जेल में कम से कम दो टाइम का खाना तो मिलता है,,,इस लॉकडाउन के कारण,,,हमें वह भी नसीब नहीं हो रहा है,,,तूने, देखा,,,वह बुजुर्ग महिला कितनी परेशान है

तब केवल्य ने अपने दोस्त की भावनाओं को समझते हुए,,,आदित्य से कहां

तुझे चटपटा खाने का मन कर रहा है,,,रुक,,,मैं अभी कुछ करता हूं,,,इस बिल्डिंग में,,,,मेरी एक दूर की रिश्तेदार आंटी रहती है,,,उनके घर पर सब समान होगा,,,मैं अभी उनसे फोन लगा कर पूछता हूं

केवल्य ने अपनी रिश्तेदार आंटी को फोन लगाया और कहां

आंटी जी,,,नमस्कार,,,में केवल्य वोहरा बोल रहा हूं,,,क्या आप मुझे,,,थोड़ा सा राशन का समान,,,उधार दे सकती हो,,,मैं जल्द,,,उसे लौटा दूंगा,,,

केवल्य की बात सुनकर,,,उस महिला ने कहा

बेटा,,,लॉकडाउन के कारण,,,बहुत परेशानी हो रही है,,,राशन के सारे डब्बे,,,खाली सजे पड़े हैं,,,थोड़े से चावल बचे थे तो उनका पुलाव बनाया है पर नमक नहीं है,,,अगर तुम्हारे घर नमक अवेलेबल हो तो प्लीज,,,मुझे लाकर दे दो

उस महिला की बात सुनकर,,,केवल्य को भी गुस्सा आया और उसने गुस्से से फोन अगर अर कहा

औह,,,शीट,,,,,,यार,,, आदित,,,,अगर घर में राशन लाना है तो हम में से किसी को तो घर से बाहर जाना ही पड़ेगा

तभी आदित्य ने जोश से कहा

ठीक है,,,मैं जाता हूं और राशन लेकर आता हूं

आदित्य घर से बाहर निकला और ऐसे जाने लगा,,जैसे,,,छुपकर कोई चोर जाता है,,,तभी पीछे से केवल्य ने कहां

आदित्य,,,ऑल द बेस्ट,,,मेरे यार तू,,,जरूर राशन लेकर आएगा,,,मुझे,,,तुझ पर बड़ा विश्वास है"!

दोस्त की बात सुनकर,,,आदित्य में थोड़ा कॉन्फिडेंस आया और वह दबे पांव,,,आगे बढ़ने लगा,,,तभी उसके पीछे से एक पड़ोसी बोला

आदित्य,,,तुम बाहर सामान लेने जा रहे हो,,,

आदित्य ने हिम्मत दिखाकर कहा

हां,,,अंकल,,,घर पर भूखे मरने से तो अच्छा है,,,थोड़ी रिस्क लेकर,,,घर का सामान ले आउं"!

तब उस अंकल ने कहा

ऑल द बेस्ट,,,आदित्य और एक काम करना,,,यह पैसे लो,,,मेरे घर के लिए 1 किलो शक्कर ओर आधा किलो चाय की पत्ती  ले आना ओर बाकी के पैसों से सीगरेट के पेकेट ले आना,,,उसे आदमी ने आदित्य को की जेब में ₹200 रुपये रखते हुए कहा

फिर आदित्य आगे बढ़ा

तभी एक खूबसूरत लड़की ने कहा

आदित्य तुम लॉकडाउन में कहां जा रहे हो"?

खूबसूरत लड़की देख कर,,आदित्य हीरोगिरी दिखाते हुए,,सबकी फिक्र,,,परवाह करते हुए बोला

लॉकडाउन के कारण,,,सभी लोग घर में पड़े रहने को मजबूर हो गए हैं,,,किसीके घर आटा नहीं है तो किसीके घर दाल नहीं है,,,किसी के घर शक्कर नहीं है तो किसी के घर चाय की पत्ती नहीं है,,,किसी के घर नमक नहीं है तो किसी के  पास सिगरेट नहीं है,,,मैं,,,अपने पड़ोसियों की यह तकलीफ नहीं देख पा रहा हूं,,,इसीलिए मैं,,,उनका राशन का सामान लेने जा रहा हूं

फिर लड़की ने आदित्य को और चने के पेड़ पर चढ़ाते हुए कहा

"अरे,,,,वाह,,,तुम तो बहुत हिम्मत वाले हो,,,,मैं तो तुम्हें,,,डरपोक समझती थी,,,तुम कितने अच्छे लड़के हो,,,तुम्हें सब की कितनी फिक्र है,,अब जब सबका काम कर रहे हो तो एक दो काम,,,मेरे भी कर देना,,,मेरे  चेहरे पर लगाने का क्रीम और पाउडर ले आना,,,

उस लड़की की बात सुनकर आदित्य ने मन में कहा

दुनिया पर इतनी बड़ी मुसीबत आ पड़ी है और इसे सजने, संवरने की नहीं पड़ी है,,,क्रिम, पाउडर ऐसे मांग रही है,,,जैसे,,,आज इसकी बारात आने वाली है

आदित्य को कुछ सोचते हुए देखकर,,,वह लड़की बोली

पक्का,,,,ला दोगे ना,,,,

आदित्य ने हड़बड़ाहट में कहा

हां,,हां,,बिल्कुल,,,क्यों नहीं,,,क्रीम पाउडर कोई बहुत भारी,,,समान नहीं है,,,जरूर ला दूंगा

फिर आदित्य थोड़ा आगे बढ़ा तो उसने,,,अपने सामने एक आदमी को पेट पकड़कर तड़पते देखा,,,आदित्य ने उससे पूछा

क्या हुआ,,,ऐसे पेट पकड़कर क्यों बैठे हो"?

दर्द से कराहते हुए,,,उस आदमी ने बड़ी मुश्किल से बोला

बहुत दर्द हो रहा है,,,यार,,,गैस बन रही है,,,गैस की टेबलेट हो तो ला दे"!

इसी तरह आदित्य को जो भी मिलता है,,,अपने घर के सामान की समस्या बताता है,,आदित्य बिल्डिंग से नीचे उतरकर,,,गेट के पास आता है,,,वहां एक चौकीदार मुंह पर माक्स लगाए खड़ा है,,,उस चौकीदार ने आदित्य को देखकर पूछा

ए हीरो,,,लॉकडाउन में कहीं,,,आना जाना माना है,,,बाहर पुलिस वाले,,,बड़े-बड़े,,,लंबे-लंबे,,,डंडे लेकर इंतजार कर रहे हैं,,,

तब आदित ने कहा

मैं,,,बाहर नहीं जा रहा हूं,,,तुमसे मिलने ही आया हूं,,,फ्लैट नंबर 214 में जो बुजुर्ग महिला रहती है,,,उनके बहू, बेटी एक हफ्ते से कहीं गए हैं,,,तुम्हें उनके बारे में कोई खबर हो तो बता दो,,,, वह बुजुर्ग महिला बहुत परेशान है और उनके घर पर खाने पीने के सामान भी नहीं है

तब चौकीदार ने कहा

हां,,,कोई उनका रिश्तेदार आकर,,,उनका एक कोरियर देकर गया है,,,शायद इसमें,,,खाने-पीने के समान ही है,,,ले जाओ और उन्हें दे देना "!

आदित्य ने वह सामान का थैला अपने कंधो पर उठाया और वापस अपने रूम में आ गया फिर उसने,,,सामान से भरा थैला रखा,,,सामान का ठेला देखकर,,,केवल्य हैरान हो गया और उसने पूछा

अरे,,,,वाह,,,यार,,,आदित्य,,,तू,,,सच में कमाल का बंदा है,,,,जो काम इस बिल्डिंग का कोई इंसान नहीं कर पाया,,,वह काम तूने,,,करके दिखा दिया,,,मान गया तेरी हिम्मत को क्या-क्या लेकर आया है,,,जरा मैं भी तो खोल कर देखूं

तब आदित्य ने बोला

अरे,,,यह हमारा सामान नहीं है,,,उस बुजुर्ग महिला का है,,,जो हमारे घर पर आई थी,,,उसका कोई रिश्तेदार देकर गया है,,,जा,,,जाकर फ्लैट नंबर,,,214 में दे आ,,,किसी के समान को उसकी इजाजत के बिना,,,हाथ लगाना,,,अच्छी बात नहीं है"!

तभी आदित्य और केवल के दरवाजे पर 10 12 लोगों की भीड़ आ जाती है और वह सभी अपना-अपना सामान लाने के लिए,,,आदित्य को पैसे देते हैं

एसएफएस - कई लोगों की आवाज,,, जैसे,,,मेरे लिए दालल ले आना,,,2 किलो शक्कर ले आना,,2 लीटर दूध ले आना,,,आटा ले आना

उन सब की एक साथ आवाज सुनकर,,,आदित्य के कान फटने लगते हैं,,,और वह अपने कान पकड़कर,,,जोर से चिल्लाते हुए बोला

1 मिनट के लिए चुप हो जाइए,,,यह सामान मैंने,,,बड़ी सेटिंग से मंगाया है,,,तुम्हारे घर का सामान भी मंगवा दूंगा,,,मुझे थोड़ा सोचने के लिए टाइम तो दो

उन सब के जाने के बाद आदित्य और केवल्य इस प्रॉब्लम का सॉल्यूशन खोजने लगते हैं आदित्य और केवल्य बड़ी गंभीरता से मोबाइल में कुछ टाइप कर रहे हैं,,,तभी आदित्य और केवल्य ने एक साथ अपने हाथों की मुट्ठी बांधकर,,,बहुत एक्साइटेड होकर,,, एक साथ जोर से कहा

यस,,,सॉल्यूशन मिल गया

तभी लंच टाइम खत्म हुआ और कॉलेज का घंटा बजा

एसएफएस - घंटा बजने की आवाज

तब मोहित ने एक्साइटेड होकर पूछा

दोनों को एक साथ सॉल्यूशन मिला,,,आखिर क्या सॉल्यूशन खोज निकाला था उन दोनों ने"?

तब अरुण ने कहा

लंच टाइम खत्म हो गया है,,,मैथ्स का आखिरी पीरैड है,, चल,,,पहले पीरियड अटेंड कर लेते हैं,,,, बाकी की कहानी,,,इस पीरियड के बाद

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2 Comments

Babita patel

03-Jul-2024 08:31 AM

👍👍

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Varsha_Upadhyay

12-Jun-2024 04:38 PM

Nice part

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